महंगे पेट्रोल-डीजल के लिए आपको तैयार रहना चाहिए. आइडियल स्टॉक की राय है कि इस साल के आखिर तक कच्चे तेल का भाव 90 डॉलर के पास जा सकता है. इससे पहले 22 मई 2018 को तेल का भाव 80.49 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर गया था.
इंट्राडे टिप्स क्रूड ऑयल
हालांकि, 11 जुलाई 2018 के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में लगातार दबाव देखने को मिला है. हाल ही में कच्चे तेल ने 72 डॉलर के अपने महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल को छू लिया है. लेकिन, इसमें फिर से तेजी देखने को मिल सकती है.
आगे बाजार में दो सपोर्ट लेवल दिख रहे हैं. कच्चे तेल का भाव 67 डॉलर प्रति बैरल के महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल की तरफ बढ़ रहा है. इसके नीचे लुढ़का तो इसके बाद 62 डॉलर पर दूसरा महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल है. ये फिबोनोकी रिट्रेसमेंट स्तर हैं, जो आमतौर पर बाजार के जानकारों को दिखते हैं. ऐसा तब होता है जब बाजार में उतार-चढ़ाव आता है.
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हालांकि, हमारा मानना है कि आने वाले कुछ दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में कुछ कमजोरी देखने को मिलेगी. इसलिए, हम उम्मीद करते हैं कि कच्चे तेल की कीमतें 64-65 डॉलर के निचले स्तर की तरफ बढ़ेगी.
अगर और ज्यादा गिरावट आई तो कीमतें 60 डॉलर तक भी गिर सकती हैं. लेकिन फिर धीरे-धीरे कीमतें दोबारा 80 डॉलर के स्तर को पार कर जाएंगी. हमारा अनुमान है कि इस साल के अंत तक कच्चे तेल का भाव 90 डॉलर के पार जा सकता है.
इंट्राडे टिप्स क्रूड ऑयल
हालांकि, 11 जुलाई 2018 के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में लगातार दबाव देखने को मिला है. हाल ही में कच्चे तेल ने 72 डॉलर के अपने महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल को छू लिया है. लेकिन, इसमें फिर से तेजी देखने को मिल सकती है.
आगे बाजार में दो सपोर्ट लेवल दिख रहे हैं. कच्चे तेल का भाव 67 डॉलर प्रति बैरल के महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल की तरफ बढ़ रहा है. इसके नीचे लुढ़का तो इसके बाद 62 डॉलर पर दूसरा महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल है. ये फिबोनोकी रिट्रेसमेंट स्तर हैं, जो आमतौर पर बाजार के जानकारों को दिखते हैं. ऐसा तब होता है जब बाजार में उतार-चढ़ाव आता है.
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हालांकि, हमारा मानना है कि आने वाले कुछ दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में कुछ कमजोरी देखने को मिलेगी. इसलिए, हम उम्मीद करते हैं कि कच्चे तेल की कीमतें 64-65 डॉलर के निचले स्तर की तरफ बढ़ेगी.
अगर और ज्यादा गिरावट आई तो कीमतें 60 डॉलर तक भी गिर सकती हैं. लेकिन फिर धीरे-धीरे कीमतें दोबारा 80 डॉलर के स्तर को पार कर जाएंगी. हमारा अनुमान है कि इस साल के अंत तक कच्चे तेल का भाव 90 डॉलर के पार जा सकता है.